पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष के रूप में जाना जाता है, पितृपक्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को चालू
होता है और सर्वपितृ अमावस्या पर 16 दिनों के बाद समाप्त होता है। पितृ पक्ष में हिन्दू अपने
पूर्वज (पितृ) की पूजा करते हैं, खासकर उनके नाम पर भोजन दान और तर्पण के द्वारा। हिंदू
पौराणिक कथाओं के अनुसार पितृ पक्ष के 16 दिनों में पितरों को यमलोक से मुक्त किया जाता है
और उन्हें पृथवी पर जाने की इजाजत होती है।
पितृपक्ष 2020 तारीख
#श्राद्ध_2020
पितृ पक्ष का आखिरी दिन ‘सर्वपित्रू अमावस्या या महालय अमावस्या’ के रूप में जाना जाता है, पितृ पक्ष 2018 का यह सबसे महत्वपूर्ण दिन है।